Badlapur Protest: बदलापूर में हाल ही में घटी एक शर्मनाक घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। आदर्श शिक्षण संस्थान की एक शाला में दो मासूम बच्चियों पर हुए लैंगिक अत्याचार ने लोगों को आक्रोशित कर दिया है। इस घृणित कृत्य के विरोध में मंगळवार को बदलापूर के लोग सड़कों पर उतर आए और अपना गुस्सा ज़ाहिर किया।
बदलापूर का गुस्सा सड़कों पर
मंगलवार को, शहर के निवासियों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर रेल रोको आंदोलन किया। स्थानीय महिलाएं, युवा, और बुजुर्ग सभी इस आंदोलन में शामिल हुए और अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। ‘लाडकी बहीण योजना’ के बजाय ‘सुरक्षित बहीण योजना’ की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने सरकार से बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
हालांकि, आंदोलन के दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिखी, और पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। इस कार्रवाई के बाद ही रेलवे सेवाएं बहाल की जा सकीं। पुलिस ने इस आंदोलन में शामिल ४० लोगों को गिरफ्तार कर लिया, और ३०० से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बाल अधिकार आयोग का कड़ा रुख
इस मामले में महाराष्ट्र राज्य बाल अधिकार आयोग ने शाला प्रशासन को जमकर फटकार लगाई है। आयोग की अध्यक्ष सुसीबेन शाह ने कहा कि “शाला में सीसीटीवी कैमरों की कमी, और आरोपी के पृष्ठभूमि की जांच न करना, ये शाला प्रशासन की गंभीर लापरवाही है।” इसके साथ ही, उन्होंने इस मामले में पुलिस द्वारा FIR दर्ज करने में देरी की भी निंदा की।
जनता में उबाल
बदलापूर के इस आंदोलन ने पूरे महाराष्ट्र में हलचल मचा दी है। महिलाएं और युवा खासकर इस घटना को लेकर बेहद आक्रोशित हैं। लोगों का कहना है कि अब वक़्त आ गया है कि सरकार सिर्फ योजनाओं की घोषणा न करे, बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए।